
चढ़ा के तन बे नया लिबास,
बन गए हम नेता से लाट्साब,
कार छोड़ चढ़े बस में,
जाने को सरकारी आवास (विधानसभा),
आये कंडक्टर साहब, लेने हमसे हिसाब,
बोले...
अजी आज बहुत जम रहे हैं,
खादी की जगह सूट,
और चप्पल की जगह बूट,
क्या नयी पार्टी बना रहे हैं,
या फिर दल बदल रहे हैं,
या नेता धर्म छोड़, अभिनेता बन रहे हैं,
हमने कहा...
जनाब, मत करो भेजा ख़राब,
जल्दी करो अपना हिसाब,
stop आ रहा है पास,
और रही राजनीती की बात,
तो हम राजनीती को नया रंग दे रहे हैं,
खादी की जगह सूट को बूट का संग दे रहे हैं,
पर तुम क्यूं होते हो परेशान,
आखिर हम भी हैं इंसान,
जनता के सेवक लेते हैं राम नाम।
अरे खली सूट ही तो पहना है,
तो करते हो बदनाम,
तुम विरोधी पार्टी के लगते हो,
तभी उल्टा सीधा बकते हो,
अरे... हर नेता में अच्चा अभिनेता छुपा होता है,
जो चुनावी सभा में नज़र आता है,
अच्चा भाइयों कहा सुना माफ़ करना,
अगले चुनाव में हमे ही जितना,
हमारा निशान है-
फटा कुर्ता, टुटा मकान, ना राशन ना दुकान,
इतना सुन कंडक्टर बुदबुदाया,
मान गए नेता जी,
आप हैं महान तभी आपके पीछे सारा जहान (CBI),
but truely,
मेरा देश महान जो चुनते ऐसे इंसान...!!
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